अन्नदाता को मिलेगी राहत, खरीफ फसल के समर्थन मूल्य में होगी वृद्धि


नई दिल्ली। आज पूरा विश्व कोरोना महामारी से त्राहिमाम कर रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। देश में जारी कोरोना महामारी के बीच किसानों के लिए एक राहत भरी खबर है। किसानों को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए केंद्र सरकार खरीद फसल की खरीदारी के लिए मिनिमम सपोर्ट प्राइस यानी एमएसपी बढ़ाने की तैयारी कर रही है।


इसमें मुख्य रूप से धान कपास और दलहन जैसी फसलें शामिल है। इस संबंध में सरकार को कमीशन फॉर एग्रीकल्चरल कॉस्टस एंड प्राइसेज सीएसीपी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। अब आगे केंद्रीय कैबिनेट के सामने इन सिफारिशों को मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा।


अगर इन सिफारिशों को मंजूर कर लिया गया तो किसान को अपनी खरीफ की फसल का ज्यादा दाम मिल सकेगा और उनकी आय में भी वृद्धि होगी जो इस कोरोनावायरस के कारण किसान को हुई परेशानी को कुछ हद तक दूर करेगी।


इस वर्ष किसानों की मुख्य फसलों में शुमार धान कपास और दलहन वाली फसलों ने मौसम की मार तो झेली ही अब किसान के कृषि उत्पाद की बाजार में मांग ही नहीं है। इस सब को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा खरीफ फसलों की एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाने पर विचार-विमर्श चल रहा है।


कपास की कीमत में 260 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है। कोटन (मीडियम स्टेपल) की एमएसपी को ₹5515 प्रति क्विंटल करने की सिफारिश की गई है। जो मौजूदा समय में 5255 रुपए प्रति क्विंटल है। इस तरह से कोटन (लांगेस्ट स्टेपल) के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 5825 रुपए प्रति क्विंटल करने की सिफारिश की गई है। जो मौजूदा समय में अभी 5550 रुपए प्रति क्विंटल है।


सीएसीपी के द्वारा खरीफ की 17 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने की सिफारिश की गई है और इसमें धान की फसल को सबसे मुख्य तौर से रखा गया है। इसका कारण है कि देश में कृषि क्षेत्र में धान की फसल से सबसे अधिक लोग जुड़े हुए हैं।


इसलिए धान के मूल्य में होने वाली मामूली सी वृद्धि भी बहुत मायने रखती है। धान (ग्रेड A) की एमएसपी को सीएसीपी ने 2.9 फ़ीसदी बढ़ाकर 1888 रुपए प्रति क्विंटल करने की सिफारिश की है।


अगर एमएसपी की नई दर लागू होती है तो सामान्य धान की एमएसपी 1815 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर 1868 रुपए प्रति क्विंटल हो जाएगी। इस प्रकार नई दर लागू होने से धान की एमएसपी मे ₹53 प्रति क्विंटल की वृद्धि हो जाएगी।


दालों की एमएसपी को भी बढ़ाने की सीएसीपी द्वारा सिफारिश की गई है। जिसमें उड़द मूंग अरहर दाल शामिल हैं। दालों की एमएसपी की सीएसीपी द्वारा की गई सिफारिश के अनुसार तूर दाल 5800 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर 6000 रुपए प्रति क्विंटल उड़द की दाल 5700 रुपए से बढ़कर 6000 रुपए प्रति क्विंटल मूंग की दाल 7050 रुपए प्रति क्विंटल से 7196 रुपए प्रति क्विंटल हो जाएगी।


केंद्र सरकार मे इन सभी सिफारिशों को लेकर विचार विमर्श रहा है। अंतिम फैसला मंत्रालयों में आपसी विचार-विमर्श के बाद लिया जाएगा। कृषि विभाग के अधिकारियों की माने तो सीएसीपी के प्रस्ताव पर खाद्य और अन्य संबंधित विभागो मे आपसी विचार विमर्श चल रहा है। सभी विभागों द्वारा विचार विमर्श करके प्रस्ताव को कैबिनेट के सामने मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा।


गौरतलब है कि कमिशन फॉर एग्रीकल्चरल कोस्ट्स एंड प्राइसेज की सिफारिशों को आम तौर पर लागू कर दिया जाता है। किसी फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य में कितनी वृद्धि की जाए सीएसीपी द्वारा यह सिफारिश गहन अध्ययन के बाद ही की जाती है।